सगाई के रात अनजाने में भाभी की चुदाई कर दी
प्रणाम मित्रो केसे हो आप सब लोग। ये बात एक साल पहले की है. केसे मेने मेरे भाभी की चुदाई करी ओर भाभी को मेरे लंड का चस्का लगा दिया। ये बात अनजाने में हुई थी पर मुझे बहुत अच्छा लगा था!
मेरा प्यारा नाम आशुतोष हूं, में में 22 साल का हूं मेरी हाईट 5 फिट सत इंच है। मेरा लिंग 8 इंच लम्बा और तीन इंच मोटा है। मुझे मुठ मारने की बहुत आदत थी पर जबसे मेरी Girlfriend बनी है, तबसे में जब मेरा sex करने को मन करता में उसके साथ sex कर था। पर अब उसके घर वालोने आगे की पडाई करने के लिए दिल्ली भेज दिया तबसे मेरे लौड़े लग गए है यार!
कल मेरे भाई की सगाई हे इस लिए हम आज रात को मुंबई रवाना होने वाले है, मेरे भाई की Arrange Merriage कर है। मेरे भैय्या का नाम अमन ओर भाभी दीपाली हे. भैय्या ओर भाभी जोड़ी बहुत अच्छी लगती है भाभी बहोत खूबसूरत है।
हम मुंबई पौहच गए आज मेरे भाई की सगाई हे. भाई ससुराल में हम लोग जेसे ही गए सब लोग हमारे स्वागत केलिए आगये। जेसे हम घर के अंदर गए हम चाय – नाश्ता पर चाय लेकर एक लड़की आई उसपर मेरी आंखे जम गई में उसकी देखते रहगाया ओ बहोत खूबसूरत थी।
में बस उस लड़की को देखने ओर बात करने के बहाने ही धुंड रहा था, सगाई शुरू हो गई. ओ मेरी भाभी के साथ खड़ी थी मेंभी मेरे भैय्या के साथ खड़ा हो गया। ओर उसके साथ थोडिसी बात करने लगा। मेंने उसे उसका नाम पूंछा उसका नाम रूपाली था। में उसकी तारीफ करके उसका दिल जीतना लगगया। ओभी मुझसे हंस के बात कर रही थी!
रूपाली भी मुझसे बात करने में रुचि दिखा रही थी। भैय्या की सगाई हो गई और हम दोनों अब छतपर बात कर रहेथे। में बतोबातो में उसका हाथ मेरे हाथ में पकड़ रहा था. उस कोई दिक्कत नही होरही थी। ओर उसने बताई की ओ भाभी की छोटी बहन है!
अब में समझ गया अगर रूपाली के साथ चक्कर चलना हैतो भाभी को मनाना पड़ेगा। में भाभी के पास गया और भाभी से बाते करने लगा मैंने भाभी से कहा रूपाली आपकी छोटी बहन है. भाभीने हा कहा और पूछा कि तुम्हे उससे क्या काम है। मैंने कहा बस भाभी ऐसे ही पूछा. भाभी ने कहा येसे ही पूछ रहेथे या और कुछ बात है, मैंने भाभी से कहा भाभी आप जैसे समझ रहे हो वैसा कुछ नहीं है. भाभीने कहा मैं जैसा समझ रही हूं बिल्कुल वही बात है. मैं सुबहसे तुम दोनों को देख रही हूं तुम दोनों क्या आंख – मिचौली कर रहे थे मैंने सब देखा!
जब भाभी आप को सब पताही है, पूछ क्यु रहे हो। मेरी रूपाली से बात क्यों नहीं करवा देते। वैसे भी आपको आपके छोटे देवरका ख्याल रखना चाहिए। और आप है की मेरी खिल्ली उड़ा रही हो! भाभी कहने लगी अरे ऐसी कोई बात नहीं है. और यह कहकर भाभी ने रूपाली को कमरे में बुला लिया.
दरवाजा बंद कर दिया और हम दोनों से कहा कि जो तुम्हारे दिल में है, बात करलो पर मुझे भाभी के सामने बात करने में शर्म आरहि थी। इसलिए मैंने रूपाली से नंबर मांग लिया और कमरेसे बाहर निकल गया।
मैंने बाहर निकल कर रूपाली को फोन किया और छतपर मिलने के लिए बुलाया रूपालीने कहा नहीं अभी मुझे काम है रात को सबके सोजाने के बाद मैं तुम्हें फोन करूंगी यह करहक फोन काट दिया। बस फिर अब क्या था मैं रातके उस पल का इंतजार कर रहा था। कि कब रूपाली मुझे फोन करेगी!
मैंने भैय्यासे बात की तब भैय्या ने मुझे बताया कि आज रातको उनकाभी भाभी से मिलने का प्रोग्राम है। रात को करीब दस बजे रूपाली का फोन आया और उसने मुझे छत पर मिलने के लिए बुलाया। और मैं ऊपर छतपर गया रूपाली नाईट ड्रेस में खड़ी मेरा इंतजार कर रही थी!
मैं रूपाली के पास गया उसका हाथ अपने हाथों में लिया और रूपाली को बाहों में भर लिया। मैं रूपाली को किस करने वाला था, तब भाभी के नीचे से आवाज आई और रूपाली को नीचे बुला लिया।
रूपाली को उसकी मम्मी बुला रही थी. रूपाली नीचे घर में नहीं दिखाई दे रहींथीं इसके लिए उसकी मम्मी उसको छतपर देखने के लिए आ रही थी भाभी को यह पता था कि रूपाली मेरे साथ छत पर है। इसलिए भाभी ने उनकी मम्मी से कहा मैं बुलाकर लाती हूं और भाभी रूपाली को बुलानेके लिए ऊपर आ रही थी रुपाली येंसा लगा कि दीदी को कुछ काम है। ओर दीपाली भाभी के कमरे में जाने लगी!
भाभी ऊपर आई अंधेरा होने की वजहसे मुझे यह लगा कि रूपाली होगी और मैंने उन्हें रूपाली समझ कर Huge कर लिया। और भाभी को यह लगा कि अमन भैय्या है इसलिए भाभी ने कुछ नहीं कहा, फिर मैंने भाभी रूपाली समझकर किस करना शुरू कर दिया. भाभी मेरा पूरा साथ दे रही थी। मैं धीरे-धीरे भाभी के कोमल होठों को Smuch कर रहा था। और भाभी मेरे बालों में हाथ घुमाकर मुझे गर्दन पर और होठों में चूम रही थी!
हम दोनों बिना कुछ बोले एक दूसरे को चूम रहे थे, और बीच-बीच में भाभी की कोमल चूचियां दबा रहा था! भाभी की चूचियां छोटी-छोटी थी. में जब भाभि की चूचियां दबाता भाभी के मुंह से इश्क… करके आवाज निकल रही थी।
दीपाली भाभी ने सलवार कमीज पहनी हुई थी, मैंने भाभी की सलवार कमीज थोड़ी ऊपर की ओर अंदर हाथ डालकर भाभी की Bra के अंदर से चूचियां दबाने लगा। भाभी को भी मजा आ रहा था! इसलिए उन्होंने मुझे टोका नहीं, मैं भाभी को पूरे शरीर पर कहीं भी हाथ लगा रहा था।
मेंने भाभी को उनके जांगोमें हाथ डालकर ऊपर उठा लिया और किस करने लगा। मेरी उंगलियां भाभी की चूत को स्पर्श कर रही थी. भाभी कहने लगी जो कुछ करना है जल्दी करो मम्मी मुझे ढूंढती हुई छत पर आ जायेगी! तब मुझे आवाज से पता चल गया की रुपाली नहीं दिपाली भाभी है!
मुझे बहुत मजा आ रहा था इसलिए मैंने भाभी को बताया नहीं कि मैं अमन नहीं आशुतोष हूं उसके बाद मैंने मेरे पेंट थोड़ी नीचे उतार दी और भाभी को मेरा लिंग मुंह में लेने के लिए कहा. पर भाभी ने कहा अरे यहां नहीं जो करना है जल्दी करो नहीं तो वह भी नहीं हो पाएगा।
फिर मैंने भाभी की पेंट नीचे उतारी पर भाभी ने पूरे कपड़े नहीं उतारने दिए और कहा की अचानक से कोई आया तो हमें कपड़े पहनते हुए देखेगा तो हम पकड़े जाएंगे। और फिर भाभी ने अपनी पेंट घुटनों तक उतारी फिर मैंने आगे पीछे कुछ नहीं देखा और भाभी की निक्कर उतार के भाभी को घोड़ी बना दिया।
भाभी मुझसे पूछने लगी कि तुम निरोध लाए हो ना। मैंने गर्दन हिलाते हुए मना कर दिया मैंने धीरे से कहा की मैं गिरते वक्त बाहर निकाल लूंगा फिर भाभी ने कहा ठीक है। भाभीको मुझ पर बिल्कुल शक नहीं हुआ कि मैं आशुतोष हूं
मैंने मेरा लंड पर थूक लगाकर भाभी की चूत के ऊपर पीछे से रखा भाभी की चूत पर बाल थे, इसीलिए मुझे अंधेरे में चूत का छेद नहीं दिखाई देरहा था। और मैं टॉर्च भी नहीं लगा सकता था। इसीलिए मैंने उंगलियो से भाभी की चूत का छेद धुंडकर लंड लगा कर धीरे से धक्के मारना शुरू किया। मेरा लन्ड भाभी की चूत में नहीं जा रहा था. बहुत टाइट थी. ऐसा लग रहा था. भाभी ने पहले कभी चुदाई नहीं की होगी! फिर मैंने जोर से एक धक्का मारा और मेरे लिंग का आगे का हिस्सा भाभी की चूत में चला गया। भाभी की जोर से चीख निकलने वाली थी तब मैने मेरे हाथ भाभी के मुंह पर लगा दिया!
भाभी मुझे पीछे हाथ करके मारने लगी और कहां निकालो इसे मुझे बहुत दर्द हो रहा है। में झुक कर भाभी को गर्दन पर किस करने लगा! फिर धीरे से धक्के मारने लगा भाभी को बहुत दर्द हो रहा था उनकी आंखों से आंसू निकल रहे थे।
छत पर कोई दरवाजा नहीं लगा था। इसलिए किसी के आने के डर लग रहा था। इसीलिए भाभी की चुदाई करते वक्त मैंने देखा कि मेरा लंड खून से लाल हो गया भाभी
का बहुत खून निकल रहा था।
करीब तीन – चार मिनट बाद मेरा वीर्य निकलने वाला था. तब मैंने भाभी के चूत से मेरा लन्ड निकाल ही रहा था। उसी वक्त मेरा आधा वीर्य भाभी की चूत में और आधा नीचे गिर गया। फिर मैने रूमालसे अपने लिंग को साफ के लिए ओर रुमाल भाभी को दे दिया और साफ करने को कहा। और फिर हम दोनों ने कपड़े पहन लिए और एक दूसरे को Kiss कीया फिर हम दोनों नीचे चले गये!
आज तक यह बात मेने भाभी को नहीं बताई की उसरात भैय्याने नहीं मैंने आपकी चुदाई की थी। भाभी को यह लग रहा था सगाई के सगाई के रात अमन भैया ने उनकी जमकर चुदाई की है। और भाभी ने रूपाली और मेरी सेटिंग करवा दि!